खाजूवाला, खाजू्वाला क्षेत्र में नहरों के टूटने का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है। हल्की आँधी के साथ ही कहीं ना कहीं नहर टूटने की जानकारी मिल ही जाती है। वहीं ये नहरें अब लगभग 30 साल से अधिक पुरानी हो चुकी है। इनकी मरम्मत के लिए भी कोई विशेष कार्य नहीं किया जा रहा है। पूर्व राजस्थान सरकार द्वारा इन नहरों के लिए बजट स्वीकृत किया गया था। जिसका कार्य भी पूरा नहीं होने के कारण इसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। नहरों पर लगातार बेलदारों की संख्या कम हो रही है। इस मौके पर राजस्व तहसीलदार विनोद कुमार भी मौके पर पहुंचे।
खाजूवाला क्षेत्र के पूगल ब्रांच से निकलने वाली बीएलडी नहर की 102 आरडी पर लगभग 400 फीट का कटाव आ गया। मंगलवार देर रात्रि को आए तेज तूफान के चलते नहरों में अनेकों पेड़ गिर गए। पेड़ों से नहर में डाफ लगने के कारण बीएलडी नहर टूट गई। किसानों द्वारा सिंचाई विभाग अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। अलसुबह मौके पर सहायक व कनिष्ठ अभियंता मौके पर पहुंचे। हालांकि सिंचाई विभाग की बड़ी लापरवाही भी सामने आ रही है कि अधीक्षण अभियंता छतरगढ, व अधिशासी अभियंता खाजूवाला मौके पर नहीं होने के कारण सिंचाई विभाग महकमा नहर को नहीं संभाल पा रहा है। 1 महीने पूर्व भी यही बीएलडी नहर 37 आरडी से टूटी थी। जहां लगभग 500 फीट के कटाव आया था। उस दौरान भी किसानों की बारियां पिटी थी। अब 3 दिन पानी और इस नहर में चलने वाला था कि अचानक देर रात्रि में आए तेज तूफान के कारण नहर टूट गई। जिससे अन्तिम छोर पर बैठे किसानों की बारियां पिट गई है। खाजूवाला विधायक व चीफ इंजीनियर हनुमानगढ़ विनोद मित्तल के पूरा मामला ध्यान में आने के पश्चात विजयनगर अधीक्षण अभियंता राम सिंह को मौके पर भेजा गया। जिन्होंने बुधवार दिन में पहुंचकर कार्य को शुरू करवाया। मौके पर मौजूद किसानों का आरोप है कि लगातार टूट रही बी एल डी नहर के कारण किसानों की बारियां पिट रही है। किसानों का कहना है कि अतिरिक्त पानी देकर भरपाई की जाए। बता दें इस समय मूंग ग्वार की बिजाई का समय चल रहा है वही मूंगफली व नरमे की बिजाई लगभग हो चुकी है। ऐसे में नहर के टूटने के चलते हजारों काश्तकारों की फसलें बर्बाद हो जाएगी।
नहरों पर नहीं है कर्मचारी
वर्कचार्ज कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मघाराम गोदारा ने बताया कि नहरों पर लगातार बेलदारों कर्मचारी की कमी हो रही है। पूर्व में पूगल ब्रांच पर हर 10 आरडी पर एक कर्मचारी नियुक्त था। जिससे नहरों में आने वाली डाफ व अन्य कार्य कर्मचारी अपने स्तर पर ही सही कर देता था। जिससे नहर टूटने की आशंका कम रहती थी। लेकिन अब समय के साथ-साथ लगभग कर्मचारी रिटायर हो गए है। जिससे अब हालात यह है कि पूगल ब्रांच की आरडी ९५ से आरडी २१६ तक कोई कर्मचारी नहीं है। हैड पर कर्मचारी था जो रिटायर हो गए। वहीं 30 जून को भी कुछ कर्मचारी रिटायर हो गए। नई भत्तियां लम्बे समय से नहीं होने के कारण नहर अब राम भरोसे होती जा रही है।
वर्जन
पूगल ब्रांच की बीएलडी नहर टूटने की सूचना किसानों के माध्यम से मिलने के बाद सिंचाई विभाग के चीफ इंजीनियर विनोद मित्तल व अधीक्षण अभियन्ता रामसिंह से बात कर पूगल ब्रांच की बीएलडी नहर की 102 आरडी पर नहर कटाव को जल्द दुरस्त करवाने की बात कही गई। बार-बार विभागीय लापरवाही के चलते नहर टूट रही है। जिससे किसानो को परेशानी हो रही है व इस बारी का पानी सिंचाई हेतु जल्द नहर दुरस्त करवा किसानों को दिए जाने की बात कही है।
डॉ. विश्वनाथ मेघवाल
पूर्व संसदीय सचिव, राजस्थान सरकार
वर्जन
मंगलवार रात को आई तेज आंधी तूफान के कारण पेड़ टूटकर नहर में गिरे जिसके वजह से नहर में कटाव आ गया। बुधवार दोपहर को नहर का दुरुस्तीकरण कार्य शुरू करवाया गया है। आगामी 72 घंटे में कार्य पूर्ण कर किसानों को पूरा पानी दिया जाएगा।
रामसिंह
अधीक्षण अभियंता विजयनगर