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नई दिल्ली, कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए किये गए लॉकडाउन और ग्लोबल इकनॉमी में सुस्ती की वजह से दुनिया आर्थिक संकट की तरफ बढ़ रही है। इस बीच भारत में एक बार फिर महंगाई सर उठाने लगी है। इस माहौल भारतीय रिज़र्व बैंक एक बार फिर रेपो रेट 0.25 फीसदी की कटौती का ऐलान कर सकता है। आरबीआई कमर्शियल बैंकों को जिस दर पर कर्ज देता है, उस दर को रेपो रेट कहते हैं।

इस माहौल भारतीय रिज़र्व बैंक एक बार फिर रेपो रेट 0.25 फीसदी की कटौती का ऐलान कर सकता है। आरबीआई कमर्शियल बैंकों को जिस दर पर कर्ज देता है, उस दर को रेपो रेट कहते हैं।

आरबीआई की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक 4 अगस्त को शुरू होगी और 6 अगस्त को गवर्नर शक्ति कांत दास फैसले की जानकारी देंगे। भारत की अर्थव्यवस्था में मौजूदा संकट के बीच आरबीआई मौद्रिक नीति सदस्य महंगाई को काबू में करने के लिए इस तरह के फैसले ले सकते हैं। बाजार के जानकारों ने भी रेपो रेट में कटौती की उम्मीद जताई है।