











बीकानेर की कल्पना पहुंची अफ्रीका की सबसे बड़ी चोटी पर, 19 हजार फीट ऊंची पहाड़ी पर चढ़ी
लंदन में रहने वाली बीकानेर निवासी कल्पना थानवी ने टैंजेनिया के माउंट किलिमंजारो की चढ़ाई सफलता पूर्वक पूरी कर ली है। कल्पना ने पिछले दिनों इस यात्रा को पूरा किया। एवरेस्ट की तरह ये पर्वतीय चोटी भी दुनिया की प्रमुख पर्वत शृंखला में शामिल है। प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर इस पर्वतीय चोटी पर पहुंचने के लिए कठिन मेहनत करनी पड़ती है। अफ्रीका की सबसे ऊंची पर्वत शृंखला किलिमंजारो पर चढ़ाई का सिलसिला 6 अगस्त काे शुरू किया और पंद्रह अगस्त तक चला। तंजानिया में स्थित ये पर्वत शृंखला करीब 5 हजार 895 मीटर यानी 19 हजार 341 फीट ऊंची है।
इस पर्वत शृंखला पर चढ़ना काफी मुश्किल है। ये अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी है और इसे पार करना बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। तंजानिया में स्थित ये पर्वत शृंखला ज्वालामुखी से बनी है। इनका नाम किबो, मवेन्ज़ी, और शिरा है, जिसमें किबो सबसे ऊंची चोटी है, जिसे उहुरू शिखर के नाम से भी जाना जाता है। इसी की ऊंचाई 19 हजार 341 फीट है। मूल रूप से बीकानेर के जोशीवाड़ा क्षेत्र में रहने वाली कल्पना लंदन में ही काम करती है। उनके पति लंदन के प्रसिद्ध ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. नरोत्तम थानवी भी प्रोत्साहित करते हैं। विवाह के बाद भी उनका पर्वतारोहण से प्रेम कम नहीं हुआ। बार-बार प्रयास करने के बाद अब इस पर्वत श्रृंखला पर चढ़ने में सफलता मिल गई है।

 
 