बीकानेर: 2153 काश्तकारों की फसलें ओलावृष्टि से खराब, इतने का करोड़ मुआवजा
बीकानेर। पिछले दिनों हुई ओलावृष्टि से बीकानेर जिले की लूणकरणसर तहसील में 2153 काश्तकारों की 33 प्रतिशत से ज्यादा फसलें खराब हो गई। प्रशासन ने काश्तकारों के नुकसान पर सरकार से मुआवजा दिलवाने के लिए रिपोर्ट तैयार की है जिसके मुताबिक 6.92 करोड़ रुपए की आवश्यकता है। फरवरी के अंतिम सप्ताह में बीकानेर जिले में जमकर ओलावृष्टि हुई। कटाई के लिए तैयार फसलों पर सफेद चार बिछ गई जिससे काश्तकारों की उम्मीदों पर पानी फिर गया। ओलावृष्टि ने फसलें बर्बाद कर दीं। जिले के लूणकरणसर, बीकानेर, पूगल और बज्जू तहसीलों में ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ। सरकार की ओर से 33 प्रतिशत से ज्यादा फसल खराबे पर ही काश्तकारों को आर्थिक सहायता देने का प्रावधान है। लूणकरणसर के तीन पटवार मंडल में ओलावृष्टि के कारण सबसे ज्यादा फसलें खराब हुईं। जिला प्रशासन की ओर से तैयार की गई रिपोर्ट में लूणकरणसर में 33 प्रतिशत से ज्यादा फसल खराब हुई। सरकार ने काश्तकारों को आर्थिक सहायता मुहैया करवाने के लिए जिला प्रशासन ने ओलावृष्टि से हुए नुकसान की रिपोर्ट मंगवाई। प्रशासन ने हल्का पटवारी और गिरदावरों की टीम मौके पर भेजकर रिपोर्ट तैयार करवाई। सामने आया कि लूणकरणसर के अलावा बीकानेर, पूगल और बज्जू तहसीलों में 15 से 25 प्रतिशत तक ही फसलें खराब हुईं। लूणकरणसर में 2153 किसानों को नुकसान हुआ है जिसमें प्रशासन ने नियमानुसार 6.92 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की आवश्यकता जताई है।