











जयपुर में ED की छापेमारी, कारोबारी पर 150 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप, विदेशों में निवेश और करोड़ों की बरामदगी
R.खबर ब्यूरो। राजधानी जयपुर में जमीन घोटालों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ा शिकंजा कसा है। जमीन कारोबारी ज्ञानचंद अग्रवाल और उसके सहयोगियों के ठिकानों पर हुई चार दिन की कार्रवाई में कई ठोस सबूत मिले हैं। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग अधिनियम के तहत बेहिसाब नकदी, मोबाइल, हार्ड डिस्क, डिजिटल डिवाइस और फर्जी दस्तावेज जब्त किए हैं।
कई एफआईआर पर हुई कार्रवाई:-
यह कार्रवाई राजस्थान पुलिस की ओर से दर्ज की गई कई एफआईआर पर आधारित है। इनमें ज्ञानचंद अग्रवाल पर जमीन हड़पने और करोड़ों की धोखाधड़ी के आरोप लगे हैं।
आयकर विभाग की समानांतर कार्रवाई:-
उधर, जयपुर के छह बड़े रियल एस्टेट कॉलोनाइजर्स पर आयकर विभाग की कार्रवाई लगातार छठे दिन भी जारी रही।
* जांच में अब तक 1250 करोड़ रुपए के कैश लेन-देन का खुलासा हुआ है।
* टीम ने 9.5 करोड़ रुपए नकद बरामद किए हैं।
* इसके अलावा एक क्लाउड सर्वर भी मिला है, जिसमें करोड़ों रुपए के लेन-देन का पूरा रिकॉर्ड मौजूद है।
कैसे शुरू हुई जांच:-
आयकर विभाग ने 2 सितंबर (मंगलवार) को शहर के प्रमुख रियल एस्टेट समूहों के 28 ठिकानों पर छापे मारकर यह कार्रवाई शुरू की थी।

 
 