छतरगढ़, इंदिरा गांधी नहर परियोजना अधीन किसानों ने चार में से दो समूह में पानी देने एवं छह महीने का रेगुलेशन बनाकर अन्तिम छोर तक पानी देने की मांग को लेकर किसान मजदूर संघर्ष समिति पूगल ब्रांच के अध्यक्ष भूपराम भांभू के नेतृत्व में आईजीएनपी कि आरडी 620 हेड पर महापड़ाव डाला।इस दौरान किसानों ने चीफ इंजीनियर हनुमानगढ़ खिलाफ क्षेत्र के साथ सौतेले व्यवहार करने को लेकर नारेबाजी की।तथा किसानों का मांग के अनुरूप सिंचाई पानी नहीं देने पर सरकार प्रति अपनी गहरी नाराजगी जताई गई। इससे पूर्व मुख्य इंदिरा गांधी नहर परियोजना की आरडी 620 पर किसानों गत 9 जून को छतरगढ़ एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर सिंचाई पानी के लिए अनिश्चितकालीन धरना के बारे में अवगत कराया गया था। लेकिन चार दिन बीत जाने के बावजूद कोई भी अधिकारी किसानों से वार्ता करने के लिए धरना स्थल पर नहीं पहुंचने से किसान नेताओं ने अपनी गहरी नाराजगी जताई है। प्रदर्शन चालू किया गया। किसान नेता भूपराम मंडा ने कहा कि सरकार किसानों को 4 में से 2 ग्रूप का रेगुलेशन बनाकर पानी देवे। किसान पीछले चार दिनों से आरडी 620 हेड पर बैठे हैं,अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। तथा 70 दिन की नहर बंदी के बाद पूगल ब्रांच में पानी आया था वो अन्तिम टेल तक पूरा नहीं पहुंचा है।नाही सिंचाई विभाग तथा सरकार किसानों की कोई सुध नहीं ले रही हैं।अगर सरकार के नुमाइंदे व अधिकारी 2-3 दिन में वार्ता कर समाधान नहीं करते हैं। तो आगामी रणनीति बनाकर आंदोलन को गति देने की चेतावनी किसानों ने दी है। किसान मजदुर संघर्ष समिति के बैनर तले किसान धरने पर बैठे हैं। इस अवसर पर कच्ची आढ़तियों व्यापार संघ खाजूवाला के अध्यक्ष रामकिशन कस्वा व दंतौर व्यापार मंडल ने धरना स्थल पर पहुंच कर किसानों को समर्थन दिया है।

