भगवान प्रेम से मिलते है-माया किशोरी

खाजूवाला, खाजूवाला के ग्राम पंचायत गुल्लुवाली के 28 केजेडी में चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा में गुरुवार को कथा वाचक माया किशोरी ने कथा के तीसरे दिन विधुर प्रसंग सुनाया।
पण्डित शिव महाराज ने बताया कि कथा वाचक माया किशोरी ने कहा कि भगवान हमेशा प्रेमभाव को देखते हैं न कि दौलत को, प्रेम में इतनी शक्ति होती है कि भगवान खुद त्रेता युग में शबरी के जूठे बेर खाये। भगवान ने द्वापर युग मे विधुर के घर केले के छिलके खाकर प्रेम दर्शाया। इस दौरान विधुर और विदुराणी की झांकी सजाई गई। इस दौरान प.शिव महाराज द्वारा नवनिर्मित मूर्तियों को अन्नादि वास करवाया गया।