कथा के समापन पर हुवा हवन

खाजूवाला, ग्रामपंचायत 2 केएलडी के गांव उदानगर में हरिराम मंदिर पर चल रही कथा में नवें दिन शुक्रवार को राम द्वारा लंका पर चढ़ाई करना राम रावण युद्ध व विभीषण को लंका का राज्य सौंपना एवं पुष्प विमान द्वारा राम सीता लखन आदि अयोध्या लौटना व अयोध्या में राम का राजतिलक होना और हवन की पूर्णाहुति देकर ज्ञान यज्ञ समापन हुआ।
सरस धाराप्रवाह कथावाचक पंडित मदन मुरारी पारीक ने कहा कि हमेशा धर्म और सत्य की विजय होती है। हमें धर्म और सत्य मार्ग पर चलना चाहिए और उन्होंने कहा कि भगवान पर रख भरोसा सहारा ही क्या भवसागर से पार उतारने का किनारा भी मिलेगा। भजन के माध्यम से बताया कि भवसागर से पार उतारने व मानव जीवन सुधारने के लिए भगवान की भक्ति का सहारा आवश्यक है। भगवान की भक्ति ही भवसागर को किनारा भी बताती है। भगवान का स्मरण 84 के बंधनों को काट सकता है। भागवत में धुंधकारी व अजामिल की कथाएं इनका प्रत्यक्ष प्रमाण है। पंडित आनंद पारीक ने बताया की सुबह राम दरबार का विधिवत पूजन करवाकर हवन प्रारंभ हुआ। हवन पूरे दिन चला और कथा के बाद हवन की पूर्णाहुति दी गई व पूरे दिन खीर का लंगर चला कथा में आज कुंदन सिंह, मदन गोदारा, नारायण नेहरा, कालूराम चाहर, देवीलाल मेघवाल, राजेंद्र, ईसरराम नायक, श्रीराम, दीपदास स्वामी, महेद्र, प्यारेलाल, धनाराम मेघवाल, सुगनाराम गोदारा व भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।