खाजूवाला, खाजूवाला के चक 6 एसजेएम बी में भी अवैध जिप्सम माफियाओं के आतंक से ग्रामीण परेशान है। यहां सरकारी अराजीराज भूमि है। जिसमे अपार जिप्सम का भंडारण है। यहां भी पिछले कुछ दिनों से जिप्सम माफिया सक्रीय है। ग्रामीण राजेन्द्र ने बताया कि यह क्षेत्र खाजूवाला व छत्तरगढ़ की सीमा पर बसा हुआ है। यहां उपखंड कार्यालय खाजूवाला लगता है तो वही पुलिस थाना छत्तरगढ़ लगता है। क्षेत्र में 30 से 40 मुर्बे सरकारी अराजीराज भूमि है। जिनमें जिप्सम का अपार भंडारण है।
यहां अवैध जिप्सम माफियाओं द्वारा काम किया जा रहा है। जिसकी शिकायत करने के बाद खनिज विभाग द्वारा यहां गार्डो की नियुक्ति की गई है। वही बीती रात को इन जिप्सम माफियाओं द्वारा जोर जबरदस्ती करके रात्रि 1:00 बजे मशीन व ट्रक लेकर सरकारी भूमि से खनन शुरू कर दिया। जिसके बाद ग्रामीणों व यहां नियुक्त गार्डो ने तुरंत उसकी सूचना अधिकारियों को दी तथा ट्रकों को पकड़कर काम बंद करवा दिया। लेकिन यह ट्रक बाद में छोड़ दिए गए। यहां पूर्व में जिप्सम खनन को लेकर झगड़ा भी हुआ था। जिसका मामला भी दर्द है। वहीं अब अवैध जिप्सम माफिया मुर्बा नंबर 60/5 व 60/13 में अवैध रूप से जिप्सम खनन करने का प्रयास कर रहे हैं। यह जिप्सम माफिया 6 एसजीएम से जिप्सम 16 एलकेडी ले जाते हैं तथा यहां जिप्सम का भंडारण कर यहां से ट्रकों के माध्यम से फैक्ट्रियों तक पहुंचाया जाता है। ग्रामीणों ने मांग की है कि इन जिप्सम माफियाओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए, तभी यह जिप्सम माफिया रुकेंगे।
खाजूवाला क्षेत्र में एक बार फिर से अवैध जिप्सम का काम शुरू हो गया है। वही ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को पत्र भेजकर वन विभाग की भूमि चक 14 पीकेडी व 11 पीकेडी से अवैध जिप्सम खनन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
ग्रामीण जगदीश ने बताया कि खाजूवाला क्षेत्र के चक 14 पीकेडी व 11 पीकेडी में वन विभाग की भूमि है। उक्त चकों में खनन माफियाओं द्वारा अवैध जिप्सम खनन करीब 2 से 3 वर्ष से लगातार किया जा रहा है। इन चको में जिप्सम का अवैध खनन पुलिस व वन विभाग की मिलीभगत से किया जा रहा है। यहां से अवैध रूप से लगातार जिप्सम निकालकर बेचा जा रहा है। वर्तमान में अवैध खनन यहां जारी है। अवैध खनन शाय 7 बजे से सुबह 9 बजे तक जेसीबी मशीनों द्वारा किया जा रहा है। अवैध खनन से पूरे चको के रास्ता, पुलिया व खालो का नुकसान हो गया है तथा काश्तकार यहां भय में है। काश्तकार करीब दो-तीन वर्ष से ही अवैध जिप्सम खनन को रुकवाने का प्रयास कर रहे है।परंतु अवैध जिप्सम खनन कुछ समय रोक दिया जाता है, लेकिन फिर से यह पुनः शुरू हो जाता है। वही 2 फरवरी को पूरी रात जेसीबी मशीनों के माध्यम से माफियाओं द्वारा अवैध जिप्सम खनन किया गया। जिसकी शिकायत भी की गई थी लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई। क्षेत्र में खनन माफियाओं की भीड़ लगी हुई है। वही पूरी रात गैंग के रूप में काम करते हैं। जिससे किसानों को जान माल का खतरा भी हो रहा है। पत्र में अवैध जिप्सम माफियाओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गई है।