











जयपुर-अजमेर हाईवे हादसा: करवा चौथ से दो दिन पहले थैली में पहुंचा पति का शव, बेसुध हुई पत्नी, गांव में मातम
R.खबर ब्यूरो। राजस्थान, जयपुर-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए भीषण सड़क हादसे में राजकोट देवली निवासी रामराज मीणा (36) की मौत हो गई। हादसे के बाद से पूरे गांव में मातम छा गया है। रामराज एक टैंकर चालक थे, जिनकी मौत सावरदा पुलिया के पास ट्रक और टैंकर की आमने-सामने टक्कर के बाद लगी आग में हो गई। दोनों वाहनों में भयानक विस्फोट जैसी आग लग गई, जिससे रामराज की मौके पर ही जलकर मौत हो गई।
दीपावली पर घर लौटने का किया था वादा:-
ग्रामीणों के मुताबिक, रामराज करीब 20 दिन पहले टैंकर लेकर घर से निकले थे। जाते समय उन्होंने पत्नी और बच्चों से कहा था कि — “दीपावली पर जरूर घर आऊंगा।” लेकिन त्योहार से पहले ही उनकी राख से भरी थैली घर लौटी। शव के अवशेष जैसे ही गांव पहुंचे, गांवभर में कोहराम मच गया और हर आंख नम हो उठी।
करवा चौथ से दो दिन पहले टूटी पत्नी की दुनिया:-
हादसे के दो दिन बाद जब रामराज के अवशेष गांव लाए गए, तो परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। पत्नी ने जैसे ही थैली देखी, वह बेसुध होकर गिर पड़ी। ग्रामीणों ने बताया कि रामराज की पत्नी करवा चौथ का व्रत रखने की तैयारी कर रही थी, लेकिन पति की मौत की खबर ने परिवार की खुशियां मातम में बदल दीं।
दो छोटे बेटे हुए अनाथ, पहले ही गुजर चुके हैं पिता:-
रामराज के पिता रामकिशन की पहले ही मृत्यु हो चुकी थी। अब इस हादसे ने उनके दो छोटे बेटों — पवन और हरिराम — को पूरी तरह बेसहारा कर दिया है। घर में मां रामकन्या और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है।
गांव में पसरा मातम, हर कोई गमगीन:-
हादसे की खबर लगते ही पूरा गांव रामराज के घर पर एकत्रित हो गया। लोग परिवार को सांत्वना दे रहे हैं, लेकिन माहौल शोकाकुल है। ग्रामीणों के अनुसार, रामराज पिछले 10 साल से ड्राइवर का काम कर रहे थे और परिवार से दूर रहकर मेहनत-मजदूरी से जीवनयापन कर रहे थे। उनका बड़ा भाई गांव में पंक्चर की दुकान चलाता है।

 
 