खाजूवाला, भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर के नजदीक खेतो में टिड्डियों का आना लगातार जारी है। जिसके कारण किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरे साफ दिखाई दे रही है। गत कई दिनों से टिड्डियाँ लगातार आ रही है। किसान मदन पूनियां ने बताया कि शुक्रवार को चक12,13,14,15 केएलडी, 17,18,19 डिडब्यूडी,3,4,5,एमडब्लूएम, मुस्लिमजोड़ी आदि चको में टिड्डियाँ पहुँची टिड्डियों के आने पर किसानों ने अपनी फसल को बचाने के लिये थाली, पीपे, पटाखे बजाने शुरू कर दिये। किसानों की फसलों पर टिड्डियों का कहर लगातार बरस रहा है। 17 केवाईडी से सुरेन्द्र डेलू ने बताया कि पिछले 5 दिनों से टिड्डी दल ने किसानों के खेतों में नुकसान पहुंचाया जा रहा है। वहीं इन टिड्डीयो को उड़ाने को लेकर किसानों के पसीने भी छूट रहे हैं। सूचना मिलने पर खाजूवाला तहसीलदार विनोद बिश्नोई सहायक निदेशक कृषि विस्तार छतरगढ़ सुनीता झाझरिया, ad रामकिशोर मेहरा ने दंतोर, बल्लर, आनंदगढ़, सहित अनेक चको में टिड्डी प्रभावित खेतों में पहुंचे। बड़ी संख्या में पहुंच रहे टिड्डीयो द्वारा खेतों में खड़ी सरसों गेहूं चने की फसल को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। पिछले 5 दिनों से जिस प्रकार से दिन-रात किसान खेतों में टिड्डीया उड़ाने का प्रयास कर रहे हैं तो वहीं कीटनाशक का छिड़काव भी प्रशासन द्वारा द्वारा करवाया जा रहा है। कीटनाशक का छिड़काव भी कई जगह बेअसर साबित हो रहा है।एग्रीकल्चर विभाग द्वारा मात्र दो कीटनाशक छिड़काव यन्त्र खाजूवाला पहुंचे है जो बहुत कम है किसानों का कहना है कि भारत सरकार द्वारा नियुक्त टिड्डी नियंत्रक टीम भी बेखबर है। सिर्फ कृषि विभाग के अधिकारी व तहसीलदार ही खेतों में पहुंचकर किसानों को कीटनाशक वितरित कर रहे हैं तथा कीटनाशक का छिड़काव भी कराया जाता है ।48 घंटों से लगातार क्षेत्र में टिड्डीयो ने तहलका मचा रखा है। जिससे खेतों में खड़ी फसल को नुकसान भी हो रहा है। खाजूवाला उपखंड अधिकारी संदीप काकड़ इस पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। बॉर्डर के समीप खेतों में लगातार पिछले 5 दिनों से नुकसान हो रहा है। किसानों का आरोप है कि विभाग के पास कीटनाशक छिड़काव के अलावा कोई पुख्ता इंतजाम नहीं है। जबकि किसान अपने स्तर पर टिड्डियों के रोकथाम के उपाय कर रहे हैं।
अन्नदाता पर बरस रहा है टिड्डियों का कहर
