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सूखे पड़े पश्चिमी राजस्थान क्षेत्र में भी बारिश की संभावना

जयपुर, राज्य में अब तक 304.5 mm बारिश हुई है, जो सामान्य औसत बारिश 325 mm से 6 फीसदी कम है। राजस्थान में सितंबर से एक बार फिर मानसून एक्टिव होगा। इस बार अब तक सूखे रहे पश्चिमी क्षेत्र में भी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में अच्छा मानसून सिस्टम बना है, जो धीरे-धीरे राजस्थान की तरफ बढ़ने लगा है। एक सितंबर से राज्य के पूर्वी हिस्सों में अच्छी बारिश होगी। साथ ही पश्चिमी क्षेत्र में हवाओं के कमजोर होने के कारण यह सिस्टम पश्चिमी राजस्थान के इलाकों में भी मेहरबान हो सकता है। इससे नागौर, पाली, जालोर, जोधपुर क्षेत्र में बारिश होने की संभावना है।

जयपुर मौसम विभाग के मुताबिक, राजस्थान में इस सिस्टम का असर 31 अगस्त से दिखना शुरू हो जाएगा। 31 अगस्त से कुछ इलाकों में हल्की बारिश होगी। मौसम वैज्ञानिक हिमांशु शर्मा ने बताया कि एक सितंबर से कोटा, भरतपुर, जयपुर संभाग के जिलों में अच्छी बारिश का दौर शुरू हो जाएगा। इस सिस्टम का असर पहले वाले सिस्टम से (19 से 23 अगस्त तक जो बना था) ज्यादा प्रभावी रहेगा। इसके कारण बारिश भी ज्यादा अच्छी होने की उम्मीद जताई जा रही है। साथ ही इस बार पश्चिमी हवाओं का पेटर्न भी थोड़ा बदला है। यही स्थिति रही तो पश्चिमी राजस्थान के जिलों में भी इस बार मानसून की मेहरबानी देखने को मिल सकती है।

6 फीसदी कम हुई बारिश
इस बार सावन का पूरा महीना बारिश के लिहाज से निराशा जनक रहा है। केवल शुरुआती दिनों में 7-8 दिन पूर्वी राजस्थान के क्षेत्रों में अच्छी बारिश हुई। इसके बाद आखिरी 3-4 दिन बारिश का दौर चला। इसके अलावा बीच में पूरे समय सावन सूखा ही रहा। राज्य में अब तक औसतन 304.5mm बारिश हुई है, जो सामान्य औसत बारिश 325mm से 6 फीसदी कम है। पश्चिमी राजस्थान के 10 जिलों में तो स्थिति ज्यादा खराब रही है, जहां औसतन 21 फीसदी कम बारिश दर्ज हुई है, जिसके कारण बीकानेर, गंगानगर, जैसलमेर, जोधपुर, जालोर, बाड़मेर और पाली में सूखे के हालात हो गए हैं।

2-3 डिग्री बढ़ेगा तापमान
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 5-6 दिन प्रदेश में बारिश के कोई आसार नहीं है। इस दौरान मौसम साफ रहेगा। तापमान में 2-3 डिग्री की बढ़ोतरी होगी, लेकिन प्रदेश में गर्मी का असर इस बार थोड़ा कम रहेगा, क्योंकि पाकिस्तान क्षेत्र से आने वाली गर्म हवाओं की दिशा अभी बदली हुई है।