करंट और सिर में ईंट मारकर युवक की हत्या के मामले में नया मोड़, पत्नी ने प्रेमी के साथ रची कहानी


बज्जू थाना के रावता आबादी क्षेत्र का मामला

बज्जू, बज्जू थाना क्षेत्र में 26 दिन पहले एक व्यक्ति की करंट लगने, सिर में ईंट मारने एवं गला दबाकर हत्या करने के मामले में एक बार फिर नया मोड़ आ गया है। हत्या का यह मामला अब तक तीसरी बार नया मोड ले चुका है। तीसरी मोड़ में युवक की हत्या उसकी पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर की थी। यह पुलिस जांच में खुलासा हो गया है। पत्नी ने झूठी कहानी रचकर परिजनों और पुलिस को गुमराह किया।
बज्जू एसएचओ नरेश निर्वाण ने बताया कि मृतक महेन्द्र की हत्या उसी की पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर की थी। 6 जून की रात को मृतक महेन्द्र की पत्नी सुनीता ने शराब के नशे में अपने पति महेन्द्र को ठिकाने लगाने की ठान रखी थी। हत्या के बाद झूठी कहानी रचकर परिजनों व पुलिस को गुमराह किया। पुलिस जांच में सुनीता और उसके प्रेमी का भांडाफोड़ होने पर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।

दोनों के बीच में रोड़ा बन रहा था महेन्द्र
आरोपिया सुनीता ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वर्ष 2000 में उसकी शादी महेन्द्र से हुई थी। 2 साल तक सादेवाला गांव में रही। उसके दो बच्चे हैं। शादी के कुछ समय बाद वह रावता आबादी में आकर रहने लगे। तब सास-ससुर भी साथ रहते थे। बाद में वह गांव सिरसा चले गए। पिछले पांच साल से बज्जू के भूपसिंह की जमीन काश्त कर रहे थे। उसका पति शराब का आदी है। कभी-कभार वह भी शराब पी लेती। यहां निहालसिंह से उसके पति महेन्द्र से दोस्ती हो गई। वह अक्सर ढाणी आने लगा। निहाल से पत्नी की भी दोस्ती हो गई। फोन पर बात करने लगी। पति महेन्द्र को निहाल के बारे में पता चला तो उसने निहाल से बात करने से मना कर दिया। इस पर निहाल ने नया फोन लाकर दे दिया। निहाल ने कहा कि पति को तलाक दे दो। महेन्द्र ने तलाक देने से मना कर दिया।

एक महीने पहले बनाई थी हत्या की योजना
आरोपिया सुनीता ने बताया कि महेन्द्र को मारने के लिए एक महीने पहले योजना बनाई थी। निहाल के साथ नींद की गोलियां मंगवाई। महेन्द्र को एकसाथ कई गोलियां दी लेकिन वह मरा नहीं। तब योजना बनाई कि इसे करंट लगाकर मार देते हैं। इस पर एक रात नींद में सो रहे महेन्द्र को करंट लगाया लेकिन वह बच गया। तब सुबह निहाल को फोन कर घर बुलाया। निहाल बज्जू से महेन्द्र का उपचार कराकर घर लाया। इसके बाद परिजनों को महेन्द्र के करंट लगने की बात बताई।

आखिरी कोशिश में हो गए कामयाब
आरोपिया के मुताबिक 2 दिन बाद उसके भाई राजू व बलराम गांव महेन्द्र से मिलने आए थे। उस दिन शराब पार्टी का कार्यक्रम बनाया। तब शाम को निहाल नींद की गोलियों का तीन पत्ते लेकर आया। शाम को कढ्ढी (सब्जी) में पीस कर गोलियां मिला दी। शाम को महेन्द्र, राजू व बलराम ने खाना खाया लेकिन निहाल ने नहीं खाया। रात को सभी सो गए। तब रात करीब डेढ़ बजे निहाल को बुलाकर लाई। चुन्नी से महेन्द्र के हाथ-पैर बांधे। निहाल ने महेन्द्र के मुंह पर कपड़ा लगाया तब वह चिल्लाने लगा। इससे हम दोनों डर गए। मैने महेन्द्र को चुप करने के लिए सिर में ईंट से मारी। निहाल ने उसका गला दबाकर मार डाला।

झूठी कहानी का ऐसे खुला राज
हत्या को हादसे में तब्दील करने के लिए झूठी कहानी गढ़ी कि महेन्द्र नींद में पानी की हौज पर गिर गया, जिससे सिर पर चोट लगी। इसके बाद निहाल के पिता व आस-पड़ोस के लोगों को बुलाया। रावत आबादी से डॉक्टर पवन को ढाणी बुलाया। तब डॉक्टर ने महेन्द्र को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद खेत मालिक भूपसिंह, खेत पड़ोसी ओमप्रकाश, प्रेमसिंह व आरोपियों के भाई राजू व बलराम आदि लोग महेन्द्र के शव को लेकर हरियाणा के सादेवाला गांव गए। वहां अंतिम संस्कार कर दिया गया। अंतिम संस्कार के अगले दिन आरोपिया ने निहाल सिंह को फोन कर कहा कि कोई डरने की जरूरत नहीं है, सब कुछ ठीक है। घटना के दो दिन बाद तक राजू व बलराम को पूरी तरह होश नहीं आने पर परिजनों को शक हुआ कि कोई घटना जरूर हुई है। तब परिजनों ने डरा-धमका कर पूछा तो आरोपिया ने राज उगल दिया।

बार-बार ऐसे बदला मामला
बज्जू एसएचओ नरेश निर्वाण ने बताया कि मृतक की पत्नी सुनीता ने बताया कि करंट लगने से मौत हुई। बाद में मृतक के पिता ने खेत पड़ोसी निहालसिंह पर हत्या के आरोप में मामला दर्ज कराया। इस मामले में पुलिस जांच कर ही रही थी कि मृतक की पत्नी के बयानों से पूरा मामले का ही पटाक्षेप हो गया। पत्नी सुनीता व उसके प्रेमी ने मिलकर महेन्द्र की हत्या की थी। पुलिस ने आरोपी सुनीता व उसके प्रेमी निहाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।