SBI Cards IPO आ चुका है। यह सब्सक्रिप्शन के लिए 2 मार्च को खुला है, और 5 मार्च को बंद होगा। इसमें निवेशकों से जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिलने की उम्मीद है। यह 40 से 50 फीसदी प्रीमियम पर लिस्ट हो सकता है।
साल 2020 का बहुप्रतीक्षित प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम SBI Cards IPO आ चुका है। यह सब्सक्रिप्शन के लिए सोमवार यानी 2 मार्च को खुला है। यह आईपीओ चार दिन तक निवेश के लिए खुला रहेगा और 5 मार्च को बंद होगा। इसमें निवेशकों से जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिलने की उम्मीद है, क्या इसमें आपको पैसा लगाना चाहिए? जाने एक्सपर्ट की राय,
40 से 50 फीसदी प्रीमियम पर खुल सकता है :-
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की क्रेडिट कार्ड शाखा SBI Cards इस आईपीओ के द्वारा 10,355 करोड़ रुपये जुटाने की उम्मीद रखती है, सभी एनालिस्ट और ब्रोकरेज इसमें निवेश की सलाह दे रहे हैं। इसका प्राइस बैंड से 750 से 755 रुपये रखा गया है। जानकारों का कहना है कि यह अपर बैंड के 40 से 50 फीसदी प्रीमियम यानी करीब 1,000 प्रति शेयर पर लिस्ट हो सकता है। अगर किसी को इसके शेयर आवंटित होते हैं तो उसे पहले दिन ही 40 से 50 फीसदी का फायदा हो सकता है।

एसबीआई कार्ड के आईपीओ के लिए आवेदन 19 शेयरों के कम से एक लॉट के लिए किया जा सकता है, अगर कोई SBI Cards का कर्मचारी है तो उसे 75 रुपये प्रति शेयर की छूट मिलेगी।
एसबीआई कार्ड्स ऐंड पेमेंट सर्विसेज में 74 फीसदी हिस्सा एसबीआई का और 26 फीसदी हिस्सा प्राइवेट इक्विटी फर्म कार्लिले समूह की भारतीय ईकाई सीए रोवर होल्डिंग्स का है। इस आईपीओ के द्वारा एसबीआई अपने 0.66 करोड़ शेयर बेचकर करीब 500 करोड़ रुपये हासिल करेगी, जबकि 13.05 करोड़ शेयर बेचकर कार्लिले ग्रुप 9,855 करोड़ रुपये तक जुटा सकता है।
लिस्टिंग के बाद कंपनी का वैल्यूएशन 70,425 से 70,891 करोड़ रुपये तक हो सकता है। 2 लाख रुपये कम निवेश करने वालों को रिटेल यानी छोटा निवेशक और 2 लाख रुपये से ज्यादा का निवेश करने वाले को शेयरहोल्डर वर्ग का निवेशक माना जा सकता है।
एक्सपर्ट का कहना है की :-
इसका कर बाद मुनाफा साल 2017 से ही लगातार बढ़ रहा है, वित्त वर्ष 2017 में कंपनी को 373 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हासिल हुआ था, तो वित्त वर्ष 2018 में इसे 601 करोड़ रुपये का मुनाफा हासिल हुआ था. वित्त वर्ष 2019 में कंपनी का मुनाफा और बढ़कर 863 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2020 के पहले नौ महीने में ही यह बढ़कर 1,161 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
सैम्को सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड उमेश मेहता कहते हैं, ‘एसबीआई कार्ड्स और पेमेंट सर्विसेज क्रेडिट कार्ड स्पेस की शेयर बाजार में लिस्ट होने वाली पहली कंपनी है. यह एसबीआई के सबसे अच्छा मुनाफा कमाने वाले वर्टिकल में से है. पिछले तीन साल में कंपनी का वित्तीय और कामकाजी नतीजा बहुत अच्छा रहा है. इसलिए इसका ज्यादा वैल्यूएशन उचित लगता है।
वेल्थ डिस्कवरी के राहुल अग्रवाल ने कहा,SBI Cards का आईपीओ निवेश के लिहाज से अच्छा है, क्योंकि पिछले वर्षों में यह इस लगातार बढ़ती इंडस्ट्री में प्रभुत्व रखने वाला खिलाड़ी है. लिस्टिंग के दिन ही रिटेल इनवेस्टर्स को अच्छा मुनाफा मिल सकता है।
कितनी मजबूत है कंपनी
गौरतलब है कि एसबीआई कार्ड्स भारत के क्रेडिट कार्ड कारोबार में एचडीएफसी कार्ड्स के बाद दूसरा स्थान रखती है. इस कारोबार में इसकी बाजार हिस्सेदारी करीब 18 फीसदी है. कंपनी द्वारा जमा दस्तावेजों के मुताबिक इसके क्रेडिट कार्ड की संख्या सालाना 25 फीसदी की दर से बढ़ने की उम्मीद है। देश भर में इसकी 21,961 शाखाएं और 44.55 करोड़ कस्टमर हैं।
जोखिम :-
इस आईपीओ के लिए बहुत सी नकारात्मक बातें हैं, अंतरराष्ट्रीय शेयर बाजार कोरोना वायरस की वजह से हलकान हैं, पिछले हफ्ते ज्यादातार बाजारों में गिरावट आई है। इसकी वजह से एसबीआई में कमाई के लिए हो सकता है कि निवेशकों को लंबा इंतजार करना पड़े।
जियोजित के सीनियर मार्केट स्ट्रेट्रेजिस्ट सोनी मैथ्यूज कहते हैं, ‘बाजारों में गिरावट से सेंटिमेंट डाउन हो सकता है और इसकी वजह से शायद लिस्टिंग के दिन उतनी बढ़त न हो पाए, जिसकी उम्मीद की जा रही है, हालांकि अगर आप लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करना चाहते हैं तो यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इस साल की शुरुआत से अब तक निफ्टी में 8 फीसदी और सेंसेक्स में 7 फीसदी की गिरावट आ चुकी है।