नई दिल्ली, वैज्ञानिकों ने मानव शरीर में पाये जाने वाले एक एंटीबॉडी की पहचान की है जो कोविड-19 के लिए जिम्मेदार सार्स सीओवी-2 के संक्रमण से बचाव कर सकता है। अमेरिका के मैसाचुसेट्स मेडिकल स्कूल यूनिवर्सिटी के रिसर्चर ने सार्स-कोव2 स्पाइक प्रोटीन के खिलाफ प्रतिक्रिया करने वाले मानवीय मोनोक्लोनल एंटीबॉडी का पता लगाया है।
वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि यह एंटीबॉडी श्वसन प्रणाली के आंतरिक अंगों को घेरे रहने वाली झिल्ली पर एसीई2 रिसेप्टर पर वायरस को ठहरने से रोकता है। मोनोक्लोनल एंटीबॉडी वे एंटीबॉडी हैं जो समान प्रतिरक्षा कोशिकाओं द्वारा बनाए जाते हैं। ये सभी कोशिकाएं विशिष्ट मूल कोशिका की क्लोन होती हैं। रिसर्चर ने आईजीजी मोनोक्लोनल ने करीब 16 साल पहले एक एंटीबॉडी विकसित की थी जो इसी तरह के वायरस, सार्स के खिलाफ प्रभावी था। जब सार्स-सीओवी-2 वायरस की पहचान की गयी और यह फैलना शुरू हुआ तो रिसर्चर को लगा कि पहला एमएबी इस नये संक्रमण में भी मदद कर सकता है।