दस साल की थानेदारी, एसपी का रीडर एसआई जगदीश हुआ सस्पेंड


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R. खबर, ब्यूरो। भरतपुर में एसपी ऑफिस जाकर एसओजी ने जरूरी कार्रवाई की है और इस कार्रवाई के बाद अब राजस्थान पुलिस ने अलग से एक्शन लिया है। उधर एसओजी ने भरतपुर एसपी ऑफिस में मौके का नक्शा मुआयना बनाया है और इस केस में नत्थी किया है। वहीं अब भरतपुर एसपी के ऑफिस में रीडर पर लगा हुआ सब इंस्पेक्टर जगदीश सिहाग सस्पैंड कर दिया गया है।

वह एसओजी की हिरासत में है और अब उसे भी जेल जाना होगा। एसओजी पहले भी जगदीश के बारे में जांच पड़ताल कर चुकी है। जगदीश ने अपनी दो बहनों को तीस लाख देकर एसआई बनवाया था। उन दोनो को भी अरेस्ट कर लिया गया है। दोनो की जगह जिस तीसरी बहन ने पेपर दिया था, उस बहन का नाम वर्षा है और वह फिलहाल फरार चल रही है। वह प्रथम श्रेणी व्याख्याता है। उसने तीस लाख देकर अपनी दो बहनों की जगह पेपर दिया था और खुद भी पेपर दिया था। तीनों बहनें थानेदार बन गई थीं।

बताया जा रहा है कि साल 2014 में जगदीश सिहाग ने भी एसआई बनने के लिए दस लाख रूपए खर्च किए थे और नकल कर वह भी थानेदार बन गया था। उसके बाद पहली ही पोस्टिंग में एसीबी के हत्थे चढ़ गया था। उसने अपनी जगह डमी अभ्यर्थी बिठाया था और उस डमी अभ्यर्थी ने जगदीश को पास कराया था। जगदीश की 23वीं रैंक बनी थी और वह थानेदार बन गया था। उसने दस सालों तक ड्यूटी की लेकिन किसी को पता नहीं चला कि वह नकल कर पास हुआ है। इन दिनों वह भरतपुर एसपी के यहां लगा हुआ था। लेकिन अब उसे अरेस्ट कर लिया गया है और वह सस्पैंड हो गया है।