नई दिल्ली, अमेरिका की कंपनी ने चीन सरकार पर 20 ट्रिलियन डॉलर हर्जाने का मुकदमा ठोक दिया है। इस कंपनी का आरोप है, कि चीन ने इस वायरस का प्रसार एक जैविक हथियार के रूप में किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि चीन ने वास्तव में चीन अमेरिकी नागरिकों को मारने और बीमार करने की साजिश रची है। अमेरिका के टेक्सास की कंपनी बज फोटोज, वकील लैरी क्लेमैन और संस्था फ्रीडम वाच ने मिलकर चीन सरकार, चीनी सेना, वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, वुहान इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर शी झेनग्ली और चीनी सेना के मेजर जनरल छेन वेई के खिलाफ यह मुकदमा किया है।
चीन पर लगाया गंभीर आरोप
उनका आरोप है, कि वुहान वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट द्वारा यह वायरस जानबूझकर छोड़ा गया है। चीन ने वास्तव में अमेरिकी नागरिकों को मारने और बीमार करने की साजिश रची है। चीन ने कोरोना वायरस का ‘निर्माण’ दुनिया में बड़े पैमाने पर जनसंहार के लिए किया है। मुकदमे में कहा गया है कि जैविक हथियारों को 1925 में ही गैरकानूनी घोषित कर दिया गया है और इन्हें जनसंहार के आतंकी हथियार के रूप में देखा जा सकता है।