











SMS अस्पताल के ICU में जलने से हुई मौतों का जिम्मेदार कौन… सामने आया नाम, प्रबंधन ने कराई FIR
R.खबर ब्यूरो। जयपुर, सवाई मानसिंह (SMS) अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में लगी आग के मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। अस्पताल प्रशासन ने फायर प्रोटेक्शन सिस्टम की जिम्मेदारी संभालने वाली इलेक्ट्रिक कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। यह वही कंपनी है जो अस्पताल के फायर डिटेक्शन और फायर कंट्रोल सिस्टम के संचालन और रखरखाव का काम देख रही थी।
मिली जानकारी के अनुसार, यह हादसा 5 अक्टूबर 2025 की रात करीब 11:20 बजे ट्रॉमा सेंटर के न्यूरोसर्जरी आईसीयू-2 में हुआ था। उस समय आईसीयू में कई गंभीर मरीज भर्ती थे। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि आग लगने के दौरान फायर सिस्टम ने समय पर काम नहीं किया, जिससे हालात बिगड़ गए।
हालांकि अस्पताल कर्मियों और फायर ब्रिगेड की तत्परता से आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन तब तक कई लोगों की दुर्भाग्यपूर्ण मौतें हो चुकी थीं। इस घटना के बाद अस्पताल प्रबंधन से जुड़े कई वरिष्ठ अधिकारियों पर कार्रवाई की गई थी
और सरकार ने जांच के लिए छह सदस्यीय समिति गठित की थी।
नर्सिंग अधीक्षक ने दर्ज कराई रिपोर्ट:-
अब इस घटना को लेकर नर्सिंग अधीक्षक गंगालाल जाटव ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि फायर सिस्टम के संचालन की जिम्मेदारी एस.के. इलेक्ट्रिक कंपनी के पास थी, लेकिन घटना के वक्त न तो अलार्म बजे और न ही ऑटो फायर कंट्रोल सिस्टम सक्रिय हुआ। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह स्पष्ट रूप से रखरखाव और निगरानी में गंभीर लापरवाही का मामला है।
पुलिस जांच शुरू, तकनीकी खामी या मानवीय गलती?
पुलिस ने मामले में धारा 125 और 106(1) बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच की जिम्मेदारी थाना अधिकारी राजेश कुमार को सौंपी है। अब जांच की जा रही है कि फायर सिस्टम में तकनीकी खामी थी या रखरखाव के दौरान लापरवाही बरती गई।
इस बीच स्वास्थ्य विभाग ने भी SMS अस्पताल सहित अन्य सरकारी अस्पतालों में फायर सेफ्टी उपकरणों और सिस्टम की व्यापक समीक्षा का आदेश जारी किया है।

 
 