











सीएमएचओ डॉ.गुप्ता ने किया सीएचसी का का निरीक्षण, बैठक में कार्मिकों को दी हिदायत
खाजूवाला, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.राजेश गुप्ता ने मंगलवार को खाजूवाला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण किया। इसी के साथ ही उन्होंने यहां चल रही ब्लॉक स्तरीय बैठक में चिकित्सकों व एएनएम, जीएनएम तथा चिकित्सा स्टाफ को आवश्यक दिशानिर्देश भी दिए।
चिकित्सालय प्रभारी डॉ.अमरचन्द बुनकर ने बताया कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बीकानेर डॉ.राजेश गुप्ता ने मंगलवार को खाजूवाला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण किया। जिसमें मरीजों से भी मिले। वहीं खाजूवाला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के वार्डों का भ्रमण भी किया तथा व्यवस्थाएं सही पाए जाने पर सरहाना भी की। इसी के साथ ही चल रही बैठक में भाग लिया। यहां चिकित्सकों, एएनएम, जीएनएम को मौसमी बीमारियों को लेकर एक्टिव रहने के लिए कहा। डॉ.गुप्ता ने कहा कि मलेरिया, डेंगू सहित मौसमी बीमारियों को लेकर ब्लॉक स्तरीय बैठक ली जानी चाहिए। वहीं कहा कि आगामी दिनों में मौसमी बीमारियां फैलने की आशंकाएं रहेगी तो चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को जागरूक करे। एक स्थान पर पानी एकत्रित नहीं होने दे, दवाओं का छिडक़ाव समय-समय पर करवाएं। इसी के साथ ही लापरवाही बरतने वाले कार्मिकों व चिकित्सकों को सख्त हिदायत देते हुए अपना कार्य समय पर करने के लिए कहा।
सीएमएचओ डॉ.राजेश गुप्ता ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री के दिशानिर्देशानुसार मौसमी बीमारियों को देखते हुए ब्लॉक खाजूवाला में मासिक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें सभी चिकित्सा अधिकारी व कर्मिक उपस्थित रहे। सभी को निर्देशित किया गया कि चंकि बरसात का मौसम है तथा क्षेत्र में अच्छी बारिश हुई है। जिसका देखते हुए सभी अधिकारी व कर्मचारी अलर्ट मोड पर रहे। घर-घर सर्वे कर बुखार के रोगी चिह्नित करें। बीमार मरीजों की ब्लड स्लाईड लेंवे और एन्टी लार्वल, एन्टी एडल्ड और सॉर्स रिडेक्शन की एक्टिविटी करें। ताकि खाजूवाला क्षेत्र में डेंगू व मलेरिया के बीमारियों से सख्ती से निप्टा जा सके और इस क्षेत्र में यह बीमारियां पैर ना पसार सके। इसके लिए सभी अधिकारियों बीसीएमओ व सीएचसी प्रभारी को निर्देशित किया गया है कि एक्टीविटी की सख्त मोनिट्रिंग करें। ताकि खाजूवाला मौसमी बीमारियों के प्रकोप से बचा रहे। वहीं लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के लिए मॉनिट्रिंग करने के निर्देश दिए है। कर्मचारियों के कार्य सही नहीं पाए जाते है तो उन्हे नोटिस जारी किए जाएंगे। फिर भी अगर सुधार नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

 
 