बीकानेर: औचक निरीक्षण में अनुपस्थित मिले 10 बेरोजगारों का भत्ता बंद
कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री युवा संबल योजना के तहत बेरोजगारी भत्ता प्राप्त करने वाले प्रार्थियों के लिए इंटर्नशिप अनिवार्य की गई है। इसी क्रम में रोजगार विभाग की टीम ने 27 से 30 जनवरी तक लूणकरणसर और श्रीडूंगरगढ़ ब्लॉक के विभिन्न राजकीय कार्यालयों में इंटर्नशिप कर रहे युवाओं का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान 10 अभ्यर्थी अनुपस्थित पाए गए। इसके चलते उनका बेरोजगार भत्ता बंद करने की कार्यवाही शुरू की गई है।
उप क्षेत्रीय रोजगार कार्यालय के उप निदेशक हरगोबिंद मित्तल ने बताया कि रोझां, कालू, नौरंगदेसर, गुसाईसर, बेलासर, सूरतसिंहपुरा, सींथल और तेजरासर के सरकारी कार्यालयों में इंटर्नशिप कर रहे प्रार्थियों की उपस्थिति का भौतिक सत्यापन किया गया। इस दौरान कई युवा अनुपस्थित पाए गए, जबकि कुछ स्थानों पर अन्य अनियमितताएं भी सामने आईं। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो प्रार्थी इंटर्नशिप में लगातार गैरहाजिर पाए गए हैं, उनका बेरोजगार भत्ता बंद किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान यह भी सामने आया कि कुछ प्रार्थी ऑनलाइन उपस्थिति में कूटरचित दस्तावेज अपलोड कर रहे थे।
ऐसे मामलों में बेरोजगार भत्ता की वसूली करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके अलावा, यदि किसी सरकारी कर्मचारी की संलिप्तता पाई गई, तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए मामला उच्च अधिकारियों और जिला कलक्टर को भेजा जाएगा। उपनिदेशक मित्तल ने सभी सरकारी कार्यालयाध्यक्षों को निर्देश दिए कि वे पूरी जांच-पड़ताल के बाद ही इंटर्न को उपस्थिति प्रमाण पत्र जारी करें। रोजगार कार्यालय के अधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि आने वाले दिनों में जिलेभर में सत्यापन अभियान चलेगा।