











कांस्टेबल भर्ती-2025 में डमी अभ्यर्थी पकड़ा गया, बड़े भाई ने छोटे भाई की जगह दी परीक्षा, बायोमैट्रिक से खुलासा
R.खबर ब्यूरो। जयपुर, राजस्थान पुलिस की कांस्टेबल भर्ती परीक्षा-2025 में एक मामले में डमी अभ्यर्थी पकड़ाया गया। आरोपी ने अपने छोटे भाई की जगह खुद परीक्षा दी, लेकिन बायोमैट्रिक जांच में यह धोखाधड़ी उजागर हो गई। इस मामले में हरमाड़ा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है और जांच एडिशनल डीसीपी (जयपुर-पश्चिम) आलोक सिंघल कर रहे हैं।
एडिशनल डीसीपी आलोक सिंघल ने बताया कि यह मामला उदयपुर में सामने आने के बाद वहां जीरो एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसे जांच के लिए हरमाड़ा थाना भेजा गया। उदयपुर के पुलिस उपाधीक्षक छगन पुरोहित ने प्रतापनगर थाने में जीरो एफआईआर दर्ज कराई थी। इसमें कहा गया कि पवन कुमार शर्मा ने अपने छोटे भाई अखिलेश शर्मा की जगह डमी अभ्यर्थी बनकर परीक्षा केंद्र पर परीक्षा दी।
एफआईआर मिलने के बाद हरमाड़ा थाने में बीएनएस की धारा 319(2), 61(2) और राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का प्रयोग) अधिनियम की धारा 3, 5, 6 के साथ-साथ राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम 2022 की धारा 3 और 10 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
कांस्टेबल भर्ती-2025 के लिए 13 और 14 सितंबर को परीक्षा आयोजित की गई थी। राज्य में 10,000 रिक्त पदों के लिए कुल 5,24,740 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था, जिनमें से 3,76,902 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। दोनों दिनों में करीब 72 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। परीक्षा केंद्रों पर बायोमैट्रिक जांच और कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए थे।
एडिशनल डीसीपी ने बताया कि बायोमैट्रिक जांच के दौरान कई जगह डमी अभ्यर्थी पकड़ में आए थे, और पवन कुमार शर्मा का मामला इसी श्रृंखला का एक प्रमुख उदाहरण है।

 
 