गुरुद्वारा सिंह सभा में गुरु गोविंद सिंह जयंती धूमधाम से मनाई, गुरु का लंगर छकाया

खाजूवाला, गुरुद्वारा सिंह सभा खाजूवाला में सिखों के दसवे गुरु गोविंद सिंह की जयंती धूमधाम से मनाई गई। श्री गोविन्द सिंह जी का प्रकाश पर्व कीर्तन दीवान सजाए गया। जिसमे क्षेत्र के लोगों ने मत्था टेका व खुशहाली की अरदास की गई। श्रीविजयनगर से आये रागी जत्थे भाई सरवण सिंह ने गुरूवाणी कीर्तन कर साध – संगत को निहाल किया। उन्होंने कहा कि गुरु गोविंद सिंह ने अपने जीवन में कभी हार नहीं मानी, इसके लिए उन्हें याद किया जाता है। इसलिए सिख समुदाय के प्रत्येक नागरिक को नशाखोरी, भ्रष्टाचार को मिटाने का संकल्प लेना चाहिए और इसे मिटाने के प्रयास करने चाहिए। उन्होंने आह्वान किया कि गुरु गोविंदसिंहजी के पदचिह्नों पर चलते हुए समाज के लोगों को मानवता के भले के लिए कार्य करने चाहिए। गुरुद्वारा सिंह खाजूवाला के प्रधान बलदेव सिंह बराड़ ने बताया कि कोरोना महामारी के समय क्षेत्र में लंगर व सेवा में विभिन्न समाज के लोगों ने अपना अहम योगदान दिया। इसलिए पुलिस कर्मियों के साथ क्षेत्र के विभिन्न लोगों को प्रशंसा पत्र व सरोपा भेंट कर सम्मानित किया गया। वही गुरुद्वारा में भाजपा युवा नेता रविशेखर मेघवाल ने भी मत्था टेका। गुरुद्वारा कमेटी द्वारा सरोपा भेंट कर मेघवाल का सम्मान किया गया। इस दौरान गुरुद्वारा में साध संगत को गुरु का अटूट लंगर छकाया गया।

दूसरी तरफ भाजपा युवा नेता रवि शेखर मेघवाल ने खाजूवाला गुरुद्वारा सिंह सभा, गुरुद्वारा बाबा जीवन सिंह जी 13 KYD गुरु घर में गुरु गोविंद सिंह जयंती के अवसर पर मत्था टेका व क्षेत्र में अमन चैन शांति समृद्धि की दुआ मांगी। गुरु की महिमा का बखान करते मेघवाल ने कहा की गुरु गोविंद जी ने धर्म की रक्षा के लिए अपना पूरा परिवार वार दिया इसलिए उनको सरवंश दानी के नाम से जाना जाता है। गुरु गोविंद कहां पर सिंह जी ने धर्म की रक्षा के लिए खालसा पंथ की स्थापना की। खालसा पंथ सदैव किसी भी प्रकार की देश समाज और विश्व में संकट आने पर सेवा भाव में खड़ा होकर नई मिसाल दे रहा है। कोरोना के समय पंथ के द्वारा खालसा पंथ के द्वारा जो सहयोग पुरे विश्व में किया गया वह अतुलनीय है। इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष जगविन्द्र सिंह, प्रधान बलदेव सिंह, प्रधान हरपाल सिंह सहित सिख समाज के लोग मौजूद रहे।