उपखण्ड अधिकारी को दिया विभिन्न संगठनों ने राज्यपाल के नाम का ज्ञापन
खाजूवाला, सर्व हिन्दू समाज खाजूवाला द्वारा उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या के विरोध में खाजूवाला मण्डी पूर्णरुप से बन्द रही तथा हत्यारों को फांसी की सजा दिलवाने के लिए उपखण्ड अधिकारी को विभिन्न संगठनों ने ज्ञापन सौंप कर रोष व्यक्त किया।

इस मौके पर बजंरगदल, विश्व हिन्दु परिषद, भारतीय जनता पार्टी, गायत्री मंदिर विकास समिति, अरोड़वंश विकास समिति, वीर तेजाजी मंदिर विकास समिति, जम्भेश्वर मंदिर विकास समिति, भारतीय किसान संघ, बार एसोसिएशन, पंचायत समिति सदस्य, सीमाजन कल्याण समिति के पदाधिकारियों ने भी उदयपुर की घटना की निंदा करते हुए ज्ञापन दिया। निर्दोष कन्हैया लाल की हत्या करने वालों के खिलाफ मण्डीवासियों में भारी आक्रोश देखने को मिला और सुबह से ही बाजार पूर्णरुप से बन्द रहा। मण्डीवासी हनुमान मंदिर में एकत्रित हुए तथा सभा कर एकता रखने की बात कही।

वक्ताओं ने कहा कि वर्ष 1990 में कश्मीर से पंडितों को निकाला गया और सरेआम कहा गया कि हिन्दु यहां से चले जायें, इसलिए हिन्दु एकता रखेंगे तो ही सुरक्षित रहेंगे अन्यथा हमारे साथ भी कभी ऐसा हो सकता है। हिन्दुओं की संख्या ज्यादा होने के बावजूद भी हम एकता नहीं रख पा रहे जो आने वाले समय के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। भारत ही एक ऐसा देश जहां हम हिन्दु रह सकते हैं अन्य देशों में हमारे लिए कोई जगह नहीं है, इसलिए भारत के हिन्दुओं को एक ही स्वर में कहना चाहिए कि हम हिन्दु हैं अन्यथा हमारा जीना दूभर हो जायेगा। उदयपुर की घटना को सरकार छिपा रही है, इसलिए इन्टरनेट सेवा बन्द कर रखी है। सरकार की नाकामी के कारण ही कन्हैया लाल को सुरक्षा उपलब्ध नहीं करवाई गई।

वक्ताओं ने कहा कि अगर समय रहते सरकार और प्रशासन कन्हैया लाल को सुरक्षा उपलब्ध करवाते तो ये घटना रुक सकती थी लेकिन सुरक्षा देने की बजाय कन्हैया लाल को धमकाया गया। विभिन्न वक्ताओं ने अपने-अपने विचार रख कर हिन्दुओं को संगठित रहने की अपील की। हिन्दु एक रहेगा तो ही सुरक्षित रहेगा। सभा के बाद सभी उपखण्ड कार्यालय पहुंचे तथा उपखण्ड अधिकारी को महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंप कर कन्हैया लाल के हत्यारों को फांसी की सजा दिलवाने की मांग की। उपखण्ड कार्यालय के बाहर ही कन्हैया लाल की आत्मा की शांति के लिए दो मिन्ट का मौन रखा गया तथा तत्पश्चात मण्डीवासी अपने-अपने घर चले गये।