इ.गा.न.प. की अनूपगढ़ शाखा में पानी छोडऩे को लेकर पूर्व संसदीय सचिव ने दी चेतावनी

खाजूवाला, इ.गा.न.परियोजना के अनुपगढ़ शाखा में पानी नहीं छोडऩे पर किसानों में सिंचाई विभाग व सरकार के खिलाफ भारी आक्रोष व्याप्त है। किसान आज पानी के लिए दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर हो रहा है। जबकि जिम्मेदार अधिकारी व जिम्मेदार जनप्रतिनिधि इस सम्बन्ध में चुप्पी साधे हुए है। जिसको लेकर शनिवार को पूर्व संसदीय सचिव डॉ.विश्वनाथ मेघवाल ने जिला कलक्टर बीकानेर व जल संसाधन उत्तर संभाग हनुमानगढ़ के मुख्य अभियंता विनोद कुमार मित्तल से बात कर अनूपगढ़ शाखा में पूरा पानी छोडऩे को कहा और नहीं छोडऩे पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
पूर्व संसदीय सचिव डॉ.मेघवाल ने कहा कि अनूपगढ़ शाखा को बंद हुए आज 20 दिन हो गए है। इस दौरान साढ़े आठ दिन के तीन ग्रुप निकल चुके हैं। लोगों को पीने का पानी ही उपलब्ध नहीं हो रहा। आम लोगों को मजबूरन महंगे दामों में टैंकरों से पानी मंगवाना पड़ रहा है। इस सम्बन्ध में शनिवार को मुख्य अभियंता ने भी स्वीकार किया कि हरीके बैराज से इंदिरा गांधी नहर में 6500 क्यूसेक पानी छोड़े जाने का शेयर तय हुआ है लेकिन वर्तमान में मिल 2500 क्यूसेक चल रहा है। जब 6500 क्यूसेक शेयर निर्धारित है तो 2500 क्यूसेक पानी ही क्यों मिल रहा है। इसके बाद नौरंगदेसर-रावतसर वितरिका को पानी कैसे मिलेगा। इसके लिए विभाग सरकार स्तर पर बात कर पंजाब से पूरा पानी ले। दूसरी मांग रखी कि अब जबकि पौंग डैम में पानी का स्तर 1350 फीट के करीब पहुंच गया है तो इंदिरा गांधी नहर का रेगुलेशन बनाया जाए। पूर्व संसदीय सचिव डॉ मेघवाल ने अधिकारियो को चेतावनी दी की अगर समय रहते पानी नहीं दी गया तो आगामी दिनों में बिरद्वाल हैड पर धरना प्रदर्शन किया जायेगा वही डॉ मेघवाल ने अनूपगढ़ विधायक व् अन्य नेताओ से बात कर धरना प्रदर्शन की रूप रेखा भी बनाई। इस बैठक में प्रधान प्रतिनिधि धर्मपाल बिरड़ा, लाजपत थोरी, कमलेश बिश्नोई, राकेश चितलांगिया, प्रशांत सियाग, सुरेंन्द्र पारीक, सोहन खोखर, महेंद्र थापन आदि उपस्थित रहे।