–दिन भर आंखें ढूंढती हैं खाजूवाला के उम्मीदवारों के नामों को
-खाजूवाला विधानसभा टिकट वितरण पर सभी की टिकी निगाहें
-गोविन्दराम और विश्वनाथ के बीच हो सकता है रोचक मुकाबला
खाजूवाला, विधानसभा चुनाव 2023 का बिगुल बज चुका है और उम्मीदवारों के नाम तय हो रहे हैं, ऐसे में विधानसभा क्षेत्र खाजूवाला से कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियों ने टिकट वितरण नहीं किया है, ऐसे में मतदाताओं की उत्सुकता बढ़ती जा रही है। सुबह से लेकर शाम तक सभी जगह एक ही चर्चा सुनने को मिलती है कि खाजूवाला की टिकट कब और किसे मिलेगी।
आदर्श आचार संहिता लगने के बाद जैसे ही चुनाव की तिथियां तय हुई और रण तैयार हो गया। अब खिलाड़ियों का इन्तजार क्षेत्र की जनता कर रही है। भाजपा ने पहल करते हुए दो लिस्टों को जारी कर लगभग आधे से ज्यादा उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतार दिया है जबकि कांग्रेस अभी तक पहली लिस्ट जारी कर काफी पीछे चल रही है। खाजूवाला विधानसभा बीकानेर जिले की एक ऐसी हॉट सीट बन गई है कि बीकानेर जिले के अलावा बीकानेर संभाग और राजस्थान लेवल के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की नजर इसी सीट पर है कि कांग्रेस और भाजपा किसको उम्मीदवार बनाती है। वहीं कार्यकर्त्ताओं और मतदाताओं में भारी उत्सकुता सुबह से लेकर शाम तक रहती है।
दिन निकलते ही सोशल मीडिया पर खाजूवाला उम्मीदवारों की सूची को आंखे देर रात तक ढूंढती रहती है। लेकिन अन्त में यही सोच कर सोते हैं कि कल तो लिस्ट हर हाल में जारी हो जायेगी। शनिवार को भाजपा ने 83 उमीदवारों की दूसरी सूची जारी कर लगभग आधे से ज्यादा उम्मीदवारों को मैदान में उतार दिया है। जबकि कांग्रेस ने महज 33 सीटों पर ही उम्मीदवार उतारे हैं। भाजपा ने इससे पूर्व 41 उम्मीदवारों की टिकटें तय कर दी थी, जबकि अब भाजपा ने महज 76 सीटों पर ही उम्मीदवार तय करने हैं। जबकि कांग्रेस ने 167 उम्मीदवारों की घोषणा करनी है। टिकट वितरण में देरी का मुख्य कारण है कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियां फूक-फूक कर कदम रखने को मजबूर हैं क्योंकि गलत उमीदवार के चयन से पार्टी नुकसान नहीं उठाना चाहती।
विधानसभा क्षेत्र खाजूवाला की कांग्रेस और भाजपा दोनों ही टिकटों का वितरण देरी से होने पर उत्सुकता बढ़ती जा रही है। कांग्रेस कार्यकर्त्ता गोविन्दराम मेघवाल की टिकट पक्की मान रहे हैं। जबकि भाजपा वाले डॉ विश्वनाथ मेघवाल की लेकिन बार-बार भाजपा के खेमे से कई नाम और भी सुनने को सोशल मीडिया पर दिन भर मिलते हैं। भाजपा से भोजराम मेघवाल, नरेश नायक, सतपाल नायक, किशनलाल इणखिया आदि के नाम सुनने को मिलते हैं, लेकिन दोनों ही पार्टियों के पुराने और मजबूत सूचना तंत्र वाले कार्यकर्त्ताओं का कहना है कि कांग्रेस के गोविन्दराम मेघवाल और भाजपा के डॉ विश्वनाथ मेघवाल के बीच ही रोचक चुनाव होगा। कोई भी पार्टी टिकट काट कर जोखिम भी नहीं लेना चाहती। लेकिन दूसरी तरफ पार्टी जीत भी चाहती है, इसीलिए खाजूवाला की टिकटों पर गहरा मंथन हो रहा है। हो सकता अंतिम क्षण में ही खाजूवाला की टिकटों का वितरण हो दूसरी तरफ दोनों ही पार्टियों पहले कौन-पहले कौन का इन्तजार भी कर सकती हैं। सुबह से लेकर शाम तक मोबाईल में सोशल मीडिया पर टिकटों की खोज करने वाले ये भी कहते हैं कि अगर भाजपा ने डॉ विश्वनाथ मेघवाल की टिकट काटकर किसी अन्य को दे दी तो चुनाव क्या मोड़ लेगा। अब ये तो भविष्य के गर्भ में छिपा है कि दोनों ही पार्टियां किसको टिकट देंगी। कांग्रेस पार्टी के वर्तमान विधायक गोविन्दराम मेघवाल अपने कार्यकाल की उपलब्धियों के साथ मैदान में उतरेंगे, तो भाजपा अपने नये एजेंडे के साथ मैदान में उतरेगी। जानकार लोगों का यह भी कहना कि गोविन्दराम मेघवाल के सामने नया चेहरा टिकना काफी मुश्किल होगा। वहीं पुराने चेहरे पर चुनाव में रोचकता आयेगी तथा एक-एक वोट के लिए काफी मशक्त दोनों ही पार्टियों को करनी पड़ेगी। जैसे-जैसे चनावों की तिथि नजदीक आ रहा है, ठीक वैसे-वैसे कार्यकर्त्ताओं और मतदाताओं के दिल की धड़कने तेज हो रही हैं।