प्रदेश में हरित क्रांति लाने की जरूरत-पद्मश्री जमुना टूडू
खाजूवाला, पर्यावरण संरक्षण के लिए दुनियाभर में लेडी टार्जन नाम से पहचान बनाने वाली पद्मश्री जमुना टुडू शुक्रवार को खाजूवाला क्षेत्र के दौरे पर रही। खाजूवाला के सदर बाजार स्थित भवन में जमुना टूडू का भव्य स्वागत किया गया। इस मौके पर नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई, भाजपा किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष थान सिंह भाटी, पूर्व डायरेक्टर प्रह्लाद तिवाड़ी, प्रधान ममता बिरड़ा, हरीकिशन अग्रवाल सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।
पूर्व डायरेक्टर प्रह्लाद तिवाड़ी ने बताया कि पद्मश्री जमुना टूडू का खाजूवाला पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। इस मौके पर जमुना टूडू ने कहा कि बचपन से किताबों में पढ़ते आ रहे है कि कि राजस्थान मरू प्रदेश है। लेकिन यहां के लोग ने मेहनत व नवाचारों से मरुधरा की धरती को हरा-भरा कर दिया है। उन्होंने कहा कि लोगों को पर्यावरण संरक्षण को अपनी आदत में लाना होगा। खाजूवाला सीमावर्ती क्षेत्र है, यहां लोगों को अन्य स्थानों की जगह ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाकर उनका लालन-पालन करना चाहिए। पर्यावरण को खत्म करने के लिए वन माफिया सक्रिय रहते है।
वहीं आम लोगों को सक्रियता रखते हुए ऐसे वन-माफियाओं के खिलाफ आवाज बुलन्द करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पहले झारखण्ड में भी पर्यावरण को खत्म करने के लिए वन माफिया सक्रिय हो गया। एक दिन तो कुछ लोगों ने पत्थर मारकर मुझे जख्मी कर दिया। बीच-बचाव में मेरे पति आए तो उन पर भी हमला कर दिया। इसके बाद भी हार मानने के बजाय मैं डटी रही। अब 10 हजार से ज्यादा महिलाओं के वहां ग्रुप बना लिए है। परिवार को वहां घर का सदस्य मानते है। रक्षाबंधन के त्योहार पर राखी बान्धने की भी परम्परा बन गई है। राजस्थान में भी पौधे के राखी बांधी जाए। जमुना टूडू के परिश्रम से आज झारखण्ड में गाँव वाले बच्चे के जन्म पर 18 पेड़ व बच्ची की शादी पर 10 पेड़ लगाते है।
शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रम में सेवार्निवत रेंजर हनुमान गोदारा, धर्मपाल बिरड़ा, जगविन्द्र सिंह सिद्धु, रामकिशन तिवाड़ी, पूनमचन्द ओझा, राजाराम बिश्नोई, बलराज गैरा, मनीष ढाका, संजय शर्मा, लाल बिश्नोई, महावीर शर्मा, फुलदास स्वामी, दलीप जलंधरा, राजेश पंचारिया, राजेन्द्र जाजड़ा, चतुर्भुज कठातला, राम रंजन जोशी, लोकेश पंचारिया, सुभाष सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।