बीकानेर: 4 दिन बंद रहेंगी कृषि मंडियां, ये है वजह

बीकानेर: 4 दिन बंद रहेंगी कृषि मंडियां, ये है वजह

बीकानेर। राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के आह्वान पर बीकानेर कृषि उपज मंडी सहित राज्य की अन्य मंडियां आगामी 2 जुलाई से 5 जुलाई तक चार दिन के लिए पूरी तरह बंद रहेंगी। कृषक कल्याण शुल्क हटाने और अन्य मांगों को लेकर यह आंदोलन किया जा रहा है। इस दौरान मंडी में किसी भी कृषि जिंस की बोली व्यवस्था संचालित नहीं होगी, जिससे व्यापार और किसानों दोनों पर असर पड़ने की संभावना है। श्री बीकानेर कच्ची आड़त व्यापार संघ के पूर्व संरक्षक मोतीलाल सेठिया ने बताया कि मंडियों पर कृषि उत्पादों की बिक्री के समय किसानों से कई प्रकार के कर वसूले जाते हैं, जैसे कि मंडी शुल्क, जीएसटी, कृषक कल्याण फीसआदि। उन्होंने आरोप लगाया कि ये कर वास्तव में किसानों के हिस्से से ही काटे जाते हैं, क्योंकि खरीददार अपने मार्जिन में से कोई राशि नहीं देता। चार दिनों तक मंडी बंद रहने से किसानों की उपज की बिक्री पर असर पड़ेगा, जिससे उनके आर्थिक लेन-देन और खरीदी-बिक्री में रुकावट आएगी। व्यापारियों ने सरकार के समक्ष सात सूत्रीय मांग-पत्र प्रस्तुत किया है, जिसमें प्रमुख मांगें कृषक कल्याण फीस को समाप्त किया जाए। सभी कृषि जिन्सों पर मंडी टैक्स को 0.50 पैसे प्रति सौ रुपये किया जाए। आढ़त की दर 2.25 प्रतिशत समान रूप से लागू की जाए। पुरानी आवंटन नीति के वंचित अनुज्ञापत्र धारियों को प्राथमिकता से भूखंड आवंटित किए जाएं। दुकानों का नया उपविभाजन मापदंड 20×40 किया जाए और बीकानेर को इस योजना में शामिल किया जाए। एमएसपी पर सरकारी खरीद का अधिकार मंडी के संयुक्त अनुज्ञापत्र धारियों को भी दिए जाने तथा प्रशासनिक नियंत्रण क्षेत्रीय संयुक्त निदेशक को सौंपा जाए।