एक माह बाद भी दुकानों का कर रहे खोखा धारक इंतजार, सम्भागीय आयुक्त तथा मंत्री के वायदे नही हुए पूरे


अभियान को एक माह से अधिक का समय हुआ, दर्जनों लोग हुए बेरोजगार, दुकानों के इंतजार में रोजाना दर-दर की ठोकरे खाने को है मजबूर


खाजूवाला, खाजूवाला में 23 मई की तारीख लोगों को आज भी जख्म की तरह लग रही है। यह वह दिन था जब वर्षों से खोखों में बैठकर अपना जीवन यापन करने वाले लोगों को एकदम से उजाड़ दिया गया। 23 मई को खाजूवाला मुख्य चौराहे से बाजार तक रखे हुए सारे खोखे अतिक्रमण के नाम पर हटा दिए गए। वहीं बाजार में दुकानों के आगे कहीं 2 तो कहीं 5 तो कहीं 9 फूट तक के निशान लगा दिए। जिससे बाजार में लोगों में दहशत का माहौल हो गया। वहीं खोखों को बिना किसी नोट्सि के अतिक्रमण अभियान के तहत हटा दिया गया। जिसको कहा गया अब खाजूवाला का सौंन्दर्यकरण किया जाएगा। जिसपर सम्भाग के सबसे बड़े अधिकारी ने आकर आश्वासन दिया था कि आपको जल्द ही पक्की दुकानें दी जाएगी, आज तक ये लोग दुकानों का इंतजार कर रहे है। वहीं अब इनमें से कुछ लोगों ने रेहड़ी लगा ली है तो किन्ही ने चार बांस गाडक़र ऊपर कपड़ा लगाकर इस तपती धूप में अपना व्यापार शुरू करने का प्रयास किया है तथा कुछ खोखे धारक तो आज भी दुकानों के इंतजार में बेरोजगार घुम रहे है।


खाजूवाला मण्डी में नगरपालिका द्वारा सम्भागीय आयुक्त नीरज के पवन के आदेशों पर सडक़ों को चौड़ा करने तथा सौंन्दर्यकरण करने के नाम पर अतिक्रमण हटाने का अभियान 23 मई को चलाया। जिसके तहत मण्डी में रखे हुए खोखों को जेसीबी मशीनों द्वारा हटा दिया गया तथा मुख्य चौराहे से सिनेमा हॉल तक की सडक़ को 100 फूट, सब्जी मण्डी चौराहे से मजिस्द् तक की सडक़ को 30 फूट तथा एसबीआई रोड़ 40 फूट तथा सोसायटी रोड़ 30 फूट करने का प्लान तैयार हुआ। जिसके तहत बाजार में दुकानों के आगे कहीं 2 फूट, कहीं 5 फूट तो कहीं 9 फूट और कहीं कहीं तो इससे भी अधिक के निशान लगाए गए। जिससे खाजूवाला मण्डी के व्यापारियों में खौफ का माहौल हो गया। जिसके चलते व्यापारियों ने स्वत: ही अपनी चौकियां तोड़ ली तथा टीन शैड हटा लिये और नगरपालिका की जेसीबी मशीनों ने खोखों को हटा दिया। अब दुकानों को कोई टूटी नहीं लेकिन खोखा धारकों का आरोप है कि महज उन्हे हटाने के लिए यह अभियान चलाया गया था। इस अभियान के बाद खाजूवाला मानों एक बार के लिए खण्डर सा हो गया। जिसके बाद खाजूवाला पहुंची सम्भागीय आयुक्त नीरज के पवन द्वारा खोखा धारकों को आश्वासन दिया था कि उन्हे जल्द ही दुकानें मिलेगी। सम्भागीय आयुक्त ने खोखा धारकों को कहा था कि आप मलबा हटवाओं हम आपको जगह देंगे। ये खोखा धारक केबिनेट मंत्री गोविन्दराम मेघवाल से भी मिले उन्होंने भी आश्वासन दिया था कि एक माह के भीतर जगह का चयन कर उन्हे पट्टे सुदा दुकानें दी जाएगी। जिसके बाद कई जगहों का निरीक्षण भी किया गया। जिसमें रामलीला मैदान, पीडब्ल्यूडी कार्यालय में खाली पड़ी जगह, प्राईवेट बस स्टेण्ड के पास मौका देखा गया। लेकिन आज तक कोई भी जगह नहीं दी गई है। नगरपालिका द्वारा कहा गया था कि जल्द ही उन्हे क्यूसक ब्लॉक बनाकर दिये जाएंगे। लेकिन एक माह बीत जाने के बाद भी ये खोखा धारक दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर है।
वहीं प्रशासन द्वारा मुख्य चौराहे से सिनेमा हॉल तक 100 फूट रोड़ बनाने का कहा गया था। अतिक्रमण हटने के बाद यहां सभी विभागों ने पशु चिकित्सालय, पीडब्ल्यूडी, वन-विभाग, पीएचईडी विभाग, राजकीय विद्यालय आदि के सामने दीवार से 10-10 फूट तक तारबन्दी कर दी है। जिससे सौन्दर्यकरण तो कहीं प्रतीत नहीं हो रहा है।

वर्जन
खाजूवाला में अतिक्रमण हटाने को लेकर चलाए गए अभियान को जिन खोखा धारकों को हटाया गया है। उसके लिए एसडीएम खाजूवाला कार्य कर रहे है।

नीरज के पवन
सम्भागीय आयुक्त, बीकानेर