R.खबर ब्यूरो। महाजन से बड़ी खबर सामने आई है, जंहा फील्ड फायरिंग रेंज के आसपास रहने वाले लोगों पर पड़ोसी देश पाकिस्तान की ना’पाक’ नजर है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी की ओर से इन्हें टारगेट कर खूबसूरत चेहरों के जरिए हनीट्रैप में फंसाया जा रहा है। जो लोग उनके जाल में फंस जाते हैं, उनके जरिए वे सामरिक महत्व की सूचनाएं जुटा रही है। जानकारी के अनुसार इसके अलावा बड़ी संख्या में उन लोगों को ऐसे वाट्सएप ग्रुप में जोडक़र जिनका संचालन पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से जुड़ी महिला हैंडलर्स करती हैं। इस तरकीब से बॉर्डर इलाके में रह रहे लोगों से चाहे-अनचाहे ही खुफिया जानकारी जुटाई जा रही है।
हाल ही में सीआईडी ने एक पाकिस्तानी जासूस को गिरफ्तार करने के बाद जब गहराई से पड़ताल की तो यह चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। महिला एजेंट द्वारा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को गोपनीय जानकारियां साझा करने वाले रेलवे कर्मचारी भवानीसिंह को बीते दिनों गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि कर्मचारी एक महिला एजेंट्स के संपर्क में था। पाक महिला एजेंट मुंबई की नीमी बनकर जाल में फंसाकर गुप्त सूचनाएं मंगवाने लगी। वहीं आईएसआई द्वारा भवानी सिंह को रुपये भी दिए जाने लगे। सुरक्षा एजेंसियां भवानीसिंह के मोबाइल व खातों की जांच पड़ताल कर रही है। पाक जासुस भवानीसिंह को मंगलवार को न्यायालय में पेश किया गया।
महाजन रेंज में होता है दूसरे देशों के साथ सयुंक्त अभ्यास:-
सामरिक दृष्टि से महाजन महत्त्वपूर्ण क्षेत्र है। महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में दूसरे देशों के सयुंक्त अभ्यास किया जाता हैं । वहीं पूरे वर्ष क्षेत्र में सेना का जमावड़ा रहता है। रेंज में कई देशों की सेना अभ्यास कर चुकी है। जिसके चलते आर्मी इंटेलिजेंस सहित सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो जाती है।
डेढ़ वर्ष से था पाक महिला से संपर्क:-
रेलवे कर्मचारी भवानीसिंह का पाक महिला एजेंट के साथ डेढ़ साल से सम्पर्क था। महिला मुंबई की नीमी बताकर मोबाइल पर बात करती थी। आरोपी महिला के हुस्न के जाल में फंसकर देश की गुप्त व सवेदनशील जानकारियां पाक को भेजने लगा। आईएसआई के एजेंट द्वारा रुपये भेजने की जानकारी भी मिली है।
पत्रकार बनकर मांगी गुप्त जानकारी:-
पाक महिला ने रेलवे कर्मचारी को पत्रकार बताता। पाक एजेंट नीमी ने कहा कि वह आर्मी में काफी रुचि रखती है। जिससे रेलवे स्टेशन पर आने वाली आर्मी व सैन्य उपकरणों की जानकारी हासिल करने लगी। वही कर्मचारी आर्मी सहित अन्य जानकारियां भी भेजने लगा। फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां अन्य जानकारियां जुटाने में लगी हुई है।