खाजूवाला, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय 2 केडब्ल्यूएम में वार्षिक महोत्सव, भामाशाह सम्मान समारोह एंव पुर्व विद्यार्थी मिलन कार्यक्रम बड़ी धूम धाम से मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती के आगे दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। कड़ाके की सर्दी के बावजूद बच्चों में काफी उत्साह देखा गया। कार्यक्रम में मां सरस्वती की वन्दना, राष्ट्रगान, देश भक्ति गीत की प्रस्तुति विद्यालय के बच्चों द्वारा दी गई। अपनी परम्परा के अनुसार आए हुए अतिथियों का तिलक लगाकर, माल्यार्पण कर व स्वागत गीत गाकर स्वागत किया गया। प्राचार्य पतराम बाना ने विद्यालय के कार्यक्रम, गतिविधियों एवं भावी योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया।

गत वर्ष परीक्षा परिणाम में श्रेष्ठ छात्र छात्राओं व खेलकूद प्रतियोगिता में अव्वल रहने वाले छात्र छात्राओं को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। विद्यालय के पुर्व विद्यार्थियों व भामाशाहों को प्रतीक चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। विद्यालय में शाला स्टाफ द्वारा 31000 रूपए का सहयोग विद्यालय को किया गया। ग्यारह हजार रुपए श्रवण डारा, ग्यारह हजार रूपए सरपंच सोमती देवी भाटी, 5100 रूपए पुर्व सरपंच राजेन्द्र बैनीवाल, 3100 रूपए अमर सिंह गोदारा सहित कुल 93800 रूपए आर्थिक सहयोग प्राप्त हुआ। इस दौरान श्रवण डारा ने बालिका शिक्षा पर जोर दिया उन्होने कहा कि शिक्षा के साथ साथ संस्कार भी जरूरी है।
प्रमोद कुमार बैनीवाल ने कहा कि शिक्षा के बिना जीवन अंधकारमय है। वर्तमान युग में शिक्षा जरूरी है शिक्षा से मानुष्य ऊंचाइयां छू सकता है। राजेश कुमारी ने बालिका शिक्षा के महत्व के बारे में अवगत करवाया। हमें अपने लक्ष्य को निर्धारित कर मेहनत करनी चाहिए जिससे सफलता मिल सकती है। मुनीराम खीचड़ ने परीक्षा परिणाम, खेल कूद के बारे में सुभाष चन्द्र जाखड़, बजट प्रतिवेदन श्रवण गोदारा ने ग्रामीणों के सामने प्रस्तुत किया। मंच संचालन प्रेम कुमार कालवा व तन्मय असवाल ने किया।
इस दौरान विद्यालय विकास प्रबधन समिति अध्यक्ष रामस्वरुप पंवार, एडवोकेट कालुराम भाटी, भाजपा मण्डल अध्यक्ष राधेश्याम गोदारा, भाजपा मण्डल उपाध्यक्ष कालूराम कुंट, भोमराज, पूर्व सरपंच राजेन्द्र बैनीवाल, पन्नालाल गोयल, जितेन्द्र गोदारा, हनुमान डूडी, अमर सिंह गोदारा, झुमराज सिंह, राजेन्द्र डारा, रेणुबाला, पन्ना राम वर्मा, गोपीराम पूनियाँ, रिंपल खीचड़ पूनम खीचड़, कांता मांझू आदि उपस्थित रहे।