नहर में आया पेजयल पानी, अधिकारियों ने किया निरीक्षण

खाजूवाला, आईजीएनपी नहर में आगामी 68 दिनों की नहरबंदी से पूर्व पेयजल के भंडारण को लेकर सोमवार को अनूपगढ़ शाखा में छोड़ा गया पानी बुधवार शाम को खाजूवाला की नहरों में पहुंचा। पेयजल भण्डारण को लेकर सिचाईं विभाग के अधिकारी भी इस पर लगातार नजर रख रहे है। साथ ही सिंचाई विभाग के अधिकारियों सहित पूरे स्टाफ नहरों की विजिट कर रहें हैं।सिचाईं विभाग के अधीक्षण अभियंता रामसिंह ने बताया कि अनूपगढ़ शाखा में पेयजल भंडारण के लिए पानी छोड़ा गया है। जो पानी बुधवार को खाजूवाला क्षेत्र की नहरों में पहुंचा है। ऐसे में पेयजल भंडारण को लेकर सिंचाई विभाग व पीएचडी विभाग के अधिकारी सक्रिय है. और लगातार नहरों का निरीक्षण कर पेयजल का भंडारण करवा रहे हैं।आईजीएनपी नहर में आगामी 68 दिनों की आने वाली नहर बंदी को लेकर प्रिंसिपल सेक्रेट्री नवीन महाजन भी लगातार सक्रिय है। और पेयजल पानी को लेकर लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। पिछले 2 दिनों से नवीन महाजन लगातार सिंचाई विभाग के आला अधिकारियों से पल-पल की अपडेट ले रहे हैं। ऐसे में नहर बंदी के दौरान पेयजल संकट की किल्लत न आए इसके लिए सिंचाई विभाग व पीएचडी विभाग ओर प्रशासन लगातार नहरों का निरीक्षण कर रहा है। इसके साथ ही पानी की चोरी ना हो इसके लिए जरूरत पड़ी तो पुलिस भी नहरों पर तैनात रहेगी। सोमवार शाम को अनूपगढ़ शाखा में छोड़ा गया पेयजल बुधवार 12 बजे 365 हेड पर पहुंचा। 365 हैड से केवाईडी नहर में 370 क्यूसेक पानी चलाया गया ताकि केजेडी,केवाईडी टेल तक पूरा पानी पहुंच सके। इसको लेकर जल संसाधन खंड छतरगढ़ अधीक्षण अभियंता रामसिंह के नेतृत्व में खाजूवाला अधिशासी अभियंता संजीव कुमार, तथा सिंचाई विभाग के कनिष्ठ, सहायक अभियंता सहित पूरी टीम लगातार नहर पर नजर बनाए हुए हैं। इस पानी से पेयजल भंडारण के साथ-साथ खेतों में खड़ी गेहूं की फसल को भी पानी मिल पाएगा। 12 मार्च शाम को अनूपगढ़ ब्रांच बिरधवाल हैड से बंद होगी। ऐसे में 4 दिन तक चलने वाले इस पानी से पेयजल डिग्गियों को भरने के साथ-साथ किसान अपने खेतों में खड़ी गेहूं की फसल को भी बचा पाएंगे।

वर्जन
अनूपगढ़ ब्रांच में सोमवार शाम को पेयजल पानी छोड़ा गया था पहली पैरयटी यह है कि सबसे लंबी नहर की टेल पर पेयजल पानी पहुंचाया जाए। ऐसे में 365 हैड से आगे पूरा पानी छोड़ा गया है। ताकि केजेडी केवाईडी की टेल पर पूरा पानी पहुंचे। प्रिंसिपल सेक्रेटरी नवीन महाजन लगातार इस पेयजल पानी पर नजर बनाए हुए हैं। सिंचाई अधिकारियों से लगातार अपडेट भी ले रहे हैं। सिंचाई अधिकारियों को नहर पर रहने के लिए निर्देशित किया है। ताकि किसी प्रकार का कोई व्यवधान पैदा ना हो।

रामसिंह, अधीक्षण अभियंता, जल संसाधन खंड छतरगढ़।